शहर के कई स्थानों पर जख्मी सड़कों को मरहम की जरूरत है,लेकिन इस ओर नगरपालिका का किसी प्रकार का ध्यान नहीं है।
सड़के कई जगहों से खड्ड़ों में तब्दील हो चुकी है। गहरे खड्ड़ों केकारण आए दिन छोटे-बड़े हादसे होना आम बात हो गई है। इससम्बध में शहर के लोगों ने पालिका के कमर्चारियों एवं पालिकाध्यक्षको कई बार सूचित करवा दिया गया। लेकिन ध्यान ही नहीं दिया जारहा हैं। लेकिन जख्मी सड़कों का दर्द अब नासुर बन गया है। लोगोंने कहा कि अतिमहत्वपूर्ण चिकित्सालय मार्ग की सड़क जो खाफीक्षतिग्रस्त हो चुकी है।
एक-दूसरे विभाग पर थोप रहे हैं जिम्मेदारी : इस सम्बध में नगरपालिका के अधिकारियों से बात की गई तो पालिका केअधिकारियों ने पीडब्लुडी विभाग की सड़क होने को कहा पल्ला झाड़ लेते है।
वहीं इस सम्बध में पीडब्लुडी विभाग से बात की जाती है तो नगरपालिका का नाम लेकर किनारा कर लेते है।
कौन होगा इन सड़कों का मालिक : शहर के मुख्य मार्ग डीडवाना रोड, सीकर बाई पास रोड, अस्पताल रोड जहां हजारों की तादातमें वाहन मरीजों को लेकर आवागमन करते है। लेकिन इन जख्मी सड़कों पर कोई भी मरहम लगाने को तैयार नहीं है। इसकाखामियाजा राहगिरों को उठाना पड़ रहा हैं। चिकित्सालय मार्ग की हालत तो इतनी बदतर हो गई हैं कि अगर मरीज को गाड़ी में यापैदल लेकर जाए तो बिमारी ओर ज्यादा बढ़ जाती है।
सड़के कई जगहों से खड्ड़ों में तब्दील हो चुकी है। गहरे खड्ड़ों केकारण आए दिन छोटे-बड़े हादसे होना आम बात हो गई है। इससम्बध में शहर के लोगों ने पालिका के कमर्चारियों एवं पालिकाध्यक्षको कई बार सूचित करवा दिया गया। लेकिन ध्यान ही नहीं दिया जारहा हैं। लेकिन जख्मी सड़कों का दर्द अब नासुर बन गया है। लोगोंने कहा कि अतिमहत्वपूर्ण चिकित्सालय मार्ग की सड़क जो खाफीक्षतिग्रस्त हो चुकी है।
एक-दूसरे विभाग पर थोप रहे हैं जिम्मेदारी : इस सम्बध में नगरपालिका के अधिकारियों से बात की गई तो पालिका केअधिकारियों ने पीडब्लुडी विभाग की सड़क होने को कहा पल्ला झाड़ लेते है।
वहीं इस सम्बध में पीडब्लुडी विभाग से बात की जाती है तो नगरपालिका का नाम लेकर किनारा कर लेते है।
कौन होगा इन सड़कों का मालिक : शहर के मुख्य मार्ग डीडवाना रोड, सीकर बाई पास रोड, अस्पताल रोड जहां हजारों की तादातमें वाहन मरीजों को लेकर आवागमन करते है। लेकिन इन जख्मी सड़कों पर कोई भी मरहम लगाने को तैयार नहीं है। इसकाखामियाजा राहगिरों को उठाना पड़ रहा हैं। चिकित्सालय मार्ग की हालत तो इतनी बदतर हो गई हैं कि अगर मरीज को गाड़ी में यापैदल लेकर जाए तो बिमारी ओर ज्यादा बढ़ जाती है।
Source - Morning News
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